Wednesday, 24 August 2016



Joker

Under the occurrence
Of incessant beats,
With the wobbly eyes
And trembling feet,
In the court of
Bigoted breed,
Baulked the idea of
Hopeless trail
Still
He lives to tell the tale!



अदब की दुनिया का आख़री मक़ाम है
उर्दू ही इश्क़ की सच्ची ज़ुबान है।



चाँद की बात, गुलज़ार के साथ

            फिर बहुत देर तलक आज उजाला होगा

कल जो जला था अपनी ही आग में
वो दिया अब तेरे काजल सा काला होगा

टूट कर बिखरी हैं किरचें जिस पैमाने की
कैसे साक़ी ने उस जाम को संभाला होगा

जिसकी ज़ुम्बिश से लरज़ते थे दरीचे भी उनके
कब ये जाना था कि सियासतों का ताला होगा

कांपते कदमों की आहटों का हुआ है यूं असर
उसने रातों की नींदों में तो खलल डाला होगा

चली है कोई चाल नई  हम नफ़स ने कहीं
फिर बहुत देर तलक आज उजाला होगा ।।

 अनुशासनहीनता, अराजकता* और अनैतिकता** के उन असंख्य अवशेषों*** को तेजस्वी प्रकाश में बदलने की शक्ति इस ब्रह्मांड की दिव्यता**** है समय और स्थ...