Saturday, 10 September 2016



तेरा अस्ल ही है माज़ी तेरे वजूद का
अपने तज़ब्ज़ुब की सियह क़लामी से
इसे तू यूँ ही मौत का सामां न कर....
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माज़ी      Past
तज़ब्ज़ुब  Dilemma, confusion

 अनुशासनहीनता, अराजकता* और अनैतिकता** के उन असंख्य अवशेषों*** को तेजस्वी प्रकाश में बदलने की शक्ति इस ब्रह्मांड की दिव्यता**** है समय और स्थ...