Saturday, 8 June 2019



My Little Plant

I see you through my glass window
You shine bright and swiftly grow

Firmly fixed to the patched meadow
Aiming high, well grounded though

The very process of your living
Extends the season we call spring

Gaining fruits and flowers is not the aim
Glimmering in my soul is my only claim
©®Indu Kriti

Thursday, 22 November 2018

हवाओं का रुख न देखिए
सुलझाइए दिल की गिरह
मौसम तो बदलते ही हैं
उनकी अदा ए हुस्न की तरह©
7th nov 2017

Thursday, 25 October 2018

रात की आंखों में सपने सा चाँद
दुल्हन के माथे के टीके सा चाँद
अपनी ही रोशनी में भीगा सा चाँद
विरह की रातों में जागा सा चाँद
भीगी सी पलकों में आँँसू सा चाँद
तारों की महफिल में तनहा सा चाँद...

Friday, 24 August 2018

तेरे औज ए ख़याल के कायल हैं हम ऐ हमनफ़स
पर मेरे मिजाज़ ए शहर पे तू इस तरह तो तंज़ न कर
8/16.

Monday, 20 August 2018

बिजलियाँ रखते आस्तीनों में
बादलों का गर लिबास होता।।
©Aug 2014

Saturday, 18 August 2018

शाम की तस्वीर पर ये रंग-ए-तहरीर हुआ
चाँद भी देखो आज आब-ए-शमशीर हुआ
©


Monday, 13 August 2018

#अनुभूति
#छोटीसीखुशी
#सरल

सांझ के रंगों में
बहती बयार
उड़ते बादलों के
बदलते आकार
सिंदूरी क्षितिज पर
पंछी परवाज़
झूमते वृक्ष और
खिलते गुलाब
सावन की बूंदें
परिमित बरसात
हर सूं है बिखरा
जादू बेहिसाब
©Indu


My window view

 Looking out of  My window I see wonder; Cease to think of The distressing Evocation of The current  Juncture. I lived a few Delightful  Mom...